Pyaar Mera Kam Na Hoga / प्यार मेरा कम ना होगा

रचनाकार:- वाई. एस. राणा. साहेब 


नोट:- इस गाने की कहानी इस प्रकार है कि नायिका अपने खरबपति मामा-मामी के साथ विदेश में अपनी पढ़ाई करती है और अपने मामा-मामी की शादी की सालगिरह पर एक बहुत बड़ी-अच्छी पार्टी को अरेंज करवाती है, जिसमें ख़ास-ख़ास हस्तियों को आमंत्रित किया जाता है......व कुछ प्रोफेशनल वेश्याओं को भी हर तरह के मनोरंजन के लिए बुलाया जाता है | नायिका की अरबपति सहेली होती है और उसकी रिश्तेदारी में एक मध्यमवर्गीय परिवार का लड़का उसका दोस्त है जिसे उस सहेली के साथ इस पार्टी में आने का मौका मिला है | वह लड़का ही इस गाने में नायक है | नायक लड़का अपनी अरबपति दोस्त के माध्यम से उस नायिका से कई बार मिला हुआ है...जिसके कारण उसे उस नायिका से प्रेम हो जाता है, लेकिन कभी इजहार नहीं कर पाता है | आज इस पार्टी में नायक इस गाने के जरिए अपने दिल की गहराइयों में छिपे प्रेम को जता रहा है और नायिका से ये भी पूछ रहा है कि तूने मुझसे पहले किसी को अपने दिल में बसाया है या नहीं व उससे बिना शर्म के अपने दिल में चाहने वाले प्रेमी के बारे में पूछता है | उस नायिका के बिगडेल दोस्तों के कारण नायक को अनेक दुखों को झेलना पड़ा है | दूसरे अंतरे में नायक उस पार्टी में मौजूद प्रोफेशनल वेश्याओं में से एक वेश्या की ओर इशारा करके कहता है कि ये दिन-रात अपने नाम, रंग, रूप बदलती रहती हैं...सब कुछ होते हुए भी | नायिका से निवेदन करता है कि तुम वैसे मत बन जाना, कोई मुश्किल आए तो अच्छे-सच्चे दोस्त का हाथ थाम लेना लेकिन गलत रास्तों पर कभी मत जाना | अंत में नायक कहता है कि मैं हर मुश्किल घड़ी में जैसे हो सकेगा वैसे तुम्हारी मदद के लिए हमेशा तैयार हूँ | बाकि अनुभवी निर्देशक अपने अनुसार कहानी को और अच्छा बना सकते हैं | 

विशेष:- इस गाने में नायिका मुस्लिम राजपूत है जबकि नायक हिन्दू राजपूत है, दोनों एक ही जाति के हैं लेकिन दोनों के बीच में अमीरी-गरीबी की बहुत गहरी खाई है...जिसके कारण नायक अपने आपको दीन महसूस करता है और कई वर्षों के अपने दिल में छिपे अनंत प्रेम व सच्चाई को आज इस महफ़िल में गाकर कहता है | अंत में इस महफ़िल में मौजूद सभी व्यक्तिगण नायक के इस गीत पे झूम उठते हैं और झुक कर उसको बधाई देते हैं |

आप सबके प्रेम के लिए आपको बहुर-बहुत धन्यवाद |

नोट:- किसी ने मुझसे पूछा है कि प्रोफैशनल वेश्या की परिभाषा क्या है ?
उत्तर:- प्रोफैशनल वेश्या अपनी मर्जी और ख़ुशी से वेश्या का पद धारण करती है और निर्दोष भाव से अपने वेश्या धर्म का पालन करती है एवं उसकी पहचान किसी से भी गुप्त नहीं रखी जाती है, क्योंकि पूरा कार्य सम्बंधित क्षेत्र के नियमों के अनुसार किया जाता है जो अपराध की श्रेणी में नहीं आता, धन्यवाद |

अपवाद:- वेश्या पद धारित व्यक्ति सरकार द्वारा लाभ प्रदत्त किसी भी पद पर आसीन नहीं हो सकता |

सावधान:- कुछ रास्ते ऐसे होते हैं जिनमें कुछ दूरी तक मनमोहक फूल ही फूल होते हैं और बाद में कभी अंत न पाने वाले कांटे ही कांटे होते हैं, ये आदम पर निर्भर है वो किस रास्ते पर चलना पसंद करता है |
खुश रहें-आबाद रहें 





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