सावन
रिम-झिम करता आया सावन,
खुशियों के रंग लाया सावन,
महकी धरती महके आँगन,
रिम-झिम करता आया सावन |
खुशियों के रंग लाया सावन,
महकी धरती महके आँगन,
रिम-झिम करता आया सावन |
चारों तरफ फैले खुशहाली,
सावन साथ लाए हरियाली,
पेड़-पौधों में आए उमंग,
ख़ुशी की लेके नई तरंग |
सावन के गीत सब हैं गाते,
बारिश में वो खूब नहाते,
उठे दिल में अजब लहर,
गाँव हो या कोई शहर |
सावन तेरी महिमा न्यारी,
खुश हों सब, नर व नारी,
तेरा संकेत बादल की गर्जन,
थोड़ी देर में लगे तू बरसन |
धरती कहती प्यास बुझाजा,
जल्दी से अब तू आजा,
इतना तू ना, मुझको तरसा,
प्यासी हूँ मैं, अब जल
बरसा |
पेड़-पौधे, जीव-जंतु, तुझे
पुकारें,
जल्दी से तू, अब आ-रे-आ-रे,
जब तू धरा पे, प्यार से बरसे,
जल के बिना, कोई ना तरसे |
रचनाकार :-
वाई.एस.राणा साहेब
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